लघुकथा वर्तमान में साहित्य में एक सशक्त विधा के रूप में स्थापित है! आम पाठक की रूचि लघुकथाओ में बनी है ! लघु कथाओं को लेकर कई पुस्तके बाज़ार में आ रही है ! मुझे स्वयं लघुकथाओं में रूचि है तो इससे जुढ़ी पुस्तके पढ़ता रहता हू ! इस मध्य डा० राम कुमार घोटड की पुस्तक भारत का हिंदी लघुकथा संसार आई है जिसमे १२ राज्यों के लघुकथा लेखन पर प्रकाश डाला गया है ! डॉ० घोटड एम् बी बी एस , एम् एस है और आज कल राजस्थान चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत है ! इस पुस्तक में राजस्थान डा० राम कुमार घोटड, बिहार -सतीशराज पुष्करणा- रामयतन प्रसाद यादव , मध्य प्रदेश -मालती बसंत , हरियाणा - प्रो रूप देवगुण , उत्तर प्रदेश - रामेश्वर कम्बोज हिमांशु , दिल्ली - हरनाम शर्मा , झारखण्ड-डा अमर नाथ चौधरी अब्ज , छतीसगढ़ -डा राजेंदर सोनी , हिमाचल प्रदेश- रतन चंद रत्नेश , पंजाब- श्याम सुन्दर अगरवाल , गुजरात- प्रो मुकेश रावल और महाराष्ट्र- डा० राम कुमार घोटड ने इन राज्यों में लघुकथा लेखन पर प्रकाश डाला है ! इसके अलावा हिंदी लघुकथा के इतिहास पर महत्त्व पूर्ण आलेख है ! इस पुस्तक की विशेषता है की इसमे उन ४३ लोगो के नाम दिए गए है जिन्होंने हिंदी लघुकथाओ पर पी एच डी और एम् फिल की उपाधि प्राप्त की है ! १६३ पृष्ठों की यह पुस्तक पाठको के लिए बेहद ही लाभप्रद है ! साहित्यागार , जयपुर द्वारा प्रकशित इस पुस्तक की छपाई सुन्दर है तथा मुद्रण में गलतिया नहीं है ! पुस्तक प्राप्त करने वाले इच्छुक डा० राम कुमार घोटड से सादलपुर ( राजगढ़ ), जिला चुरू राजस्थान ३३१०२३ फोन ०१५५९ २२४१०० निवास मोबाइल ०९४१४०८६८०० पर संपर्क कर सकते है !
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आज पहली दफ़ा आपके ब्लाग में आया हूं एक और साहित्यकार से भेंट कर अच्छा लग रहा है, हालाकि गद्य मेरा ज़ोनर नहीं है फ़िर भी गाहे ब गाहे गद्यकारों की लेखनी से भी कुछ सीखने की कोशिश करते रहता हूं,आप मेरे ब्लाग में पधारे और मार्ग दर्शन दिया इसके लिये बहुत बहुत शुक्रिया। ये सिलसिला बरक़रार रहेगा ऐसी मुझे उम्मीद है।
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